मान्यता है कि भविष्य में नर और नारायण पर्वत मिल जाएंगे. तब बद्रीनाथ का अस्तित्व नहीं रहेगा और एक ऐसी जगह भगवान बद्रीनाथ के दर्शन होंगे जिसे आज भी भविष्य बद्री कहा जाता है. क्या हैं इससे जुड़ी तमाम मान्यताएँ, जानिए बारामासा के इस कार्यक्रम में…