बारामासा के साथ चलिए एक ऐसी यात्रा पर जहां माता अनुसूया का वो मंदिर है जिसमें त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश बाल स्वरूप में रहे. अत्रि मुनि की गुफा जहां उन्होंने साधना की. अमृत गंगा की जल धारा जिसकी 360 डिग्री की परिक्रमा होती है और इतिहास की दृष्टि से वो महत्वपूर्ण स्थान जहां उत्तराखंड में कालसी के बाद के सबसे पुराने शिलालेख मिलते हैं.