ऐसे एक नहीं, हजार उदाहरण हैं जो इस सवाल को बार-बार प्रासंगिक बनाते हैं कि उत्तराखंड राज्य किसके लिए बना और किसने यहां सबसे ज्यादा चांदी काटी.