गोविन्द पंत राजू संभवत: देश के ऐसे एकमात्र पत्रकार हैं जो सुदूर अंटार्किटिका महाद्धीप में तीन महीनों तक रहे. 1991 में की गई अंटार्कटिका यात्रा के अनुभवों को वो बारामासा के साथ इस बातचीत में साझा कर रहे हैं.