जब 1930 में महात्मा गांधी ने नमक आंदोलन की शुरुआत की तब देहरादून में स्थित खाराखेत में उत्तराखंड की एकमात्र खारे पानी की नदी से नमक निकालकर देहरादून के लोगों ने भी उसका समर्थन किया और अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी..