अरुणाचल प्रदेश की इदु-मिशमि जनजाति में ‘रे’ नाम का एक अनोखा त्योहार मानाया जाता है. मान्यता है कि इस जनजाति के प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में एक बार ‘रे’ का आयोजन करना चाहिए ताकि उनके इस जीवन के साथ ही मृत्यु के बाद की दुनिया भी बेहतर हो सके. क्या है इस त्योहार में विशेष, देखिए बारामासा के इस विशेष एपिसोड में.