इस हफ़्ते ऐसी बिज्जाँ खबरें हैं जिनके लिए आपको फंचा भर-भर के बधाई बनती है. होली की अग्रिम और ‘चैम्पीयंज़ ट्रोफ़ी’ जीतने की थोड़ी-सी विलंबित बधाई तो पूरे देश के लिए है, लेकिन बाक़ी की सारी बधाइयाँ विशेष तौर से उत्तराखंड की देवतुल्य जनता के लिए. तो देवतुल्य जनता को पहली बधाई तो ये कि आपके और हमारे प्रिय मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल को केंद्र सरकार ने विशेष सम्मान दिया है. उन्हें हाल ही में उस GOM यानी ग्रूप ऑफ़ मिनिस्टर्ज़ में शामिल किया गया है जिसमें देश भर के सिर्फ़ सात राज्यों के वित्त मंत्री शामिल हैं. इस मंत्री समूह का काम प्राकृतिक आपदाओं के मामले में राजस्व जुटाने के लिए विशेष टैक्स लगाने का होगा. समूह में हमारे यशस्वी वित्त मंत्री के अलावा उत्तर प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल और पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री भी शामिल हैं. तो हम सभी सड़क-छाप असाड़ू-पूसुओं को फंचा भर-भर के बधाई कि केंद्र सरकार ने हमारे नेता जी को यह अहम ज़िम्मेदारी देकर इस पहाड़ी राज्य को सम्मान दिया है. अब नेता जी ख़ुद पहाड़ियों का कितना सम्मान करते हैं, ये अलग मसला है. लेकिन केंद्र ने शायद उनकी बढ़ती लोकप्रियता को देखा होगा कि देहरादून -ऋषिकेश और हल्द्वानी से लेकर गैरसैण तक आजकल हर उत्तराखंडी की ज़ुबान पर बस उन्हीं का नाम जो है. या ये भी हो सकता है कि केंद्र सरकार ने उनकी ये विलक्षण प्रतिभा देखी हो कि अपनी विधायक निधि खर्च करने के मामले में वो प्रदेश के सबसे फिसड्डी मंत्रियों में से एक हैं. उन्होंने इस निधि का सिर्फ़ 33 प्रतिशत ही खर्च किया है. उनसे पीछे सम्भवतः सिर्फ़ एक अन्य मंत्री हैं जिनका नाम है धन सिंह रावत लेकिन धन उन्होंने सिर्फ़ 29 प्रतिशत ही खर्च किया है.