टिहरी जिले के कौड़ियाला और पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड को जोड़ने वाले सिंगटाली मोटर पुल के निर्माण का शासनादेश तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की सरकार में हुआ था. 30 अगस्त 2006 को कौड़ियाला ब्यास घाट मोटर मार्ग और सिंगटाली पुल निर्माण के लिए करीब 16 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई थी. उसके बाद साल 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने इस योजना का भूमि पूजन किया था. पिछली त्रिवेंद्र सरकार ने 15 जनवरी 2020 को इस पुल के निर्माण स्थल को बदलने के आदेश जारी कर दिए थे. तब से क्षेत्रवासियों के विरोध के चलते यह प्रस्तावित पुल सुर्खियों में था. क्षेत्रवासियों का कहना है कि इस पुल के बनने से न केवल पौड़ी, टिहरी के निवासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि यह गढ़वाल व कुमाऊं दोनों मंडलों के बीच दूरी भी घटाएगा. लेकिन करीब 17 साल के लंबे इंतजार के बाद भी यह पुल नहीं बन पाया है. जिससे क्षेत्रवासियों में भारी आक्रोश है और उन्होंने इस साल चारधाम यात्रा के दौरान सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है.