आज के एक्स्ट्रा कवर की शुरुआत उस घटनाक्रम से करना जरूरी है जो बीते दो दिनों में यहां हुआ. वो घटनाक्रम जिसने उत्तराखंड की छवि किसी ऐसे राज्य जैसी बना दी है जहां क़ानून व्यवस्था बाहुबलियों के आँगन में पूँछ हिलाती नजर आती है और अराजकता ही जहां शासन चलाने की धुरी बन चुकी होती है. लचर क़ानून व्यवस्था वाले प्रदेशों में जिस तरह से बाहुबली होना ही नेता बनने की प्रमुख योग्यता हुआ करता है, उसी तर्ज़ पर अपने उत्तराखंड के कुछ नेता भी चल निकले हैं और निर्लज्जता की सारी हदें पार कर चुके हैं. ‘नंग बड़ा परमात्मा से’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए ये नेता इस प्रतिस्पर्धा में लगे हुए हैं किसकी नंगई ज़्यादा है और कौन बदतमीज़ शिरोमणि होने का असल हक़दार है. सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को भद्दी गालियाँ देने से शुरू हुई इन सो-कॉल्ड माननीयों की लड़ाई सड़क पर हुड़दंगी करने से होते हुए अब हथियार लहराने और गोलियां दागने तक जा पहुंची है. इन कथित माननीयों का नाम है कुंवर प्रणव सिंह चैम्पीयन और उमेश कुमार.