ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के क्या हैं उत्तराखंड के लिए मायने?

  • 2023
  • 10:07

दिन रात दौड़ती – भागती और सार्वजनिक विमर्श में जबरन घुसपैठ करती बनावटी खबरों के बीच बारामासा में हमारे पाठकों को निश्चित तौर पर थोड़ा ठहराव और गहराई लिए खबरों की भी जरूरत है. ऐसी खबरें जो अखबारों में कई कई पन्नों को रंगे जाने या प्राइम टाइम से लेकर व्हाट्सएप तक का डेटा चट कर जाने के बावजूद भी कहीं नजर नही आती. या जिन्हें उनके मूल स्वरूप से इतना पलट दिया जाता है कि उनका अर्थ ही समाप्त हो जाता है. वो खबरें जिन्हें जिस स्वरूप में कवर होना चाहिए था, वो असल में कवर और मिड-ऑफ़ के बीच से सरसराती हुई पब्लिक डिस्कॉर्स के मैदान से ही बाहर हो जाती हैं. इसी से पार पाने के लिए हमने एक्स्ट्रा-कवर पर अपने कुछ सूत्र तैनात किए हैं.

हालांकि हमारी भी सीमाएं हैं, इसलिए बड़ी बड़ी बातें करने के बजाय इस प्रोग्राम में हम बड़ी बड़ी खबरों के बीच की छोटी छोटी बातों की पड़ताल करने जा रहे हैं.

ये एक साप्ताहिक न्यूज बुलेटिन है जिसमें हम ऐसी कुछ खबरों को थोड़ा गहराई में उतरते हुए आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे जिन्हें हमारी टीम एक्स्ट्रा कवर से लपक कर लाई है.

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