चीन सीमा से महज सौ किलोमीटर पहले पर्यावरण के लिहाज से बंद हो चुकी लोहारी नाग पाला बांध कभी भी बड़ा हादसा कर सकता है. ये हादसा जोशीमठ आपदा से भी बड़ा होने की आशंका है. क्योंकि जोशीमठ के नीचे मौजूद एक सुरंग भूधंसाव का मुख्य कारण बताई जा रही है. जबकि यहां पर तीन से ज्यादा निर्माणधीन टनल कई गांवों के नीचे गुजर रही है और खतरा इस बात का है कि इन टनलों को खंडहर बना कर बांध निर्माण कंपनी छोड़ कर जा चुकी है. अब गांवों में भूधंसाव होने लगा है और पूरे क्षेत्र में दहशत है.